sidh kunjika Fundamentals Explained



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.

न तस्य जायते सिद्धिररण्ये रोदनं यथा ॥ १५ ॥

ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल

अति गुह्यतरं देवि ! देवानामपि दुलर्भम्।।

aiṃ hrīṃ klīṃ chāmuṇḍāyai vichchē jvala haṃ saṃ laṃ kṣaṃ phaṭ svāhā ॥ five ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड

देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ click here दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती है. इससे पूजा और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.

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